CTET Normalization: CTET में क्या है नॉर्मलाइजेशन की व्यवस्था, इसका आपको फायदा होगा या नुकसान
सीटेट में नॉर्मलाइजेशन की व्यवस्था भी लागू की जा सकती है, जानिऐ इसके लाभ और हानि | Normalization in CTET
CTET में क्या है नॉर्मलाइजेशन की व्यवस्था, इसका आपको फायदा होगा या नुकसान
What is the CTET's normalization process | Explanation, How Normalization will work
परीक्षा में निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए सीबीएसई द्वारा आयोजित की जाने वाली CTET परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन की व्यवस्था भी लागू की जा सकती है।
CTET में नॉर्मलाइजेशन की व्यवस्था
सीबीएसई द्वारा आयोजित की जाने वाली सीटीईटी में भी सामान्यीकरण की व्यवस्था लागू की जा सकती है। सीबीएसई ने नोटिस जारी कर कहा है कि इस परीक्षा में निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए सामान्यीकरण की व्यवस्था भी अपनाई जा सकती है।
इसलिए होगा सामान्यीकरण
यह व्यवस्था तभी लागू होगी जब प्रश्न पत्र के विभिन्न सेटों का कठिनाई स्तर अलग-अलग हो। यह परीक्षा 16 दिसंबर से 13 जनवरी तक कई चरणों और पालियों में होनी है, जिसके लिए अलग-अलग प्रश्नपत्र तैयार किए गए हैं।
आपके ऊपर ऐसे पड़ेगा असर
यदि इस परीक्षा में सामान्यीकरण की व्यवस्था लागू की जाती है तो इसका सीधा असर आप पर भी पड़ेगा। नॉर्मलाइज़ेशन सिस्टम में कठिन प्रश्न आने वाले पाली के उम्मीदवारों को एक फॉर्मूले के तहत कुछ अतिरिक्त अंक दिए जाते हैं।
सरल पेपर होने पर कटते है अंक, कठिन पेपर पर मिलते हैं अतिरिक्त अंक
और उस पाली के उम्मीदवारों के लिए कुछ अंक काटे जाते हैं जिनमें आसान प्रश्न आते हैं ताकि सभी उम्मीदवारों को समान मौका मिल सके। तो अगर इस परीक्षा में आपकी पाली में कठिन प्रश्न हैं, तो आपको अतिरिक्त अंक मिल सकते है।
ये दिखेगा आसर, अगर होगा नॉर्मलाइज़ेशन
तो सामान्यीकरण की प्रणाली लागू होने के बाद, आपको कुछ अतिरिक्त अंक मिल सकते हैं और यदि आपकी पाली में आसान प्रश्न हैं तो आपके अंक भी काटे जा सकते हैं।
Source: Official Site
0 Comments
Thanks for comment!